जैसलमेर: जिले के बासनपीर गांव में दो समुदायों के बीच उपजे विवाद ने देखते ही देखते हिंसक रूप ले लिया। गांव में तालाब के पास बनाए जा रहे एक छतरी निर्माण को लेकर शुरू हुआ विवाद इतना बढ़ गया कि दोनों पक्षों के लोग आमने-सामने आ गए। देखते ही देखते पथराव शुरू हो गया और अफरा-तफरी मच गई। हालात इस कदर बिगड़े कि मौके पर पहुंची पुलिस टीम पर भी हमला बोल दिया गया। पथराव की इस घटना में महिला कांस्टेबल सहित कुछ पुलिसकर्मी घायल हो गए हैं, जिन्हें उपचार के लिए जिला अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।
मिली जानकारी के अनुसार, बासनपीर गांव में प्राचीन छतरियों के निर्माण का कार्य कराया जा रहा था। दोनों पक्षों के बीच पहले तीखी बहस हुई, जो कुछ ही देर में हिंसक झड़प में तब्दील हो गई।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार राजपूत समाज के लोगों पर पथराव हुआ, जिसमें कई वाहन भी क्षतिग्रस्त हो गए। हालात काबू से बाहर होते देख स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची और लोगों को समझाने का प्रयास किया, मगर भीड़ में शामिल उपद्रवियों ने पुलिस को भी निशाना बनाते हुए जमकर पत्थर बरसाए। पुलिस को बचाव में आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े, तब कहीं जाकर हालात कुछ हद तक काबू में आए।
घटना की सूचना मिलते ही प्रशासन के बड़े अधिकारी भी मौके पर पहुंचे। एसडीएम और तहसीलदार सहित प्रशासन के कई अधिकारी गांव पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। अधिकारियों ने गांव के प्रबुद्ध नागरिकों और दोनों समुदायों के गणमान्य लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की।
फिलहाल गांव में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। हर गतिविधि पर नजर रखने के लिए पुलिस गश्त बढ़ा दी गई है। जिले के अन्य थाना क्षेत्रों से भी अतिरिक्त पुलिस जाब्ता बुलाकर गांव में तैनात कर दिया गया है ताकि किसी भी तरह की अप्रिय घटना को रोका जा सके।
प्रशासन ने यह भी स्पष्ट किया है कि उपद्रव फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
जिला प्रशासन ने लोगों से संयम बरतने और किसी भी तरह की अफवाहों से दूर रहने की अपील की है। गांव में अभी भी तनाव का माहौल बना हुआ है, मगर हालात पर धीरे-धीरे नियंत्रण पाया जा रहा है।