प्रचंड गर्मी और लगातार बढ़ते तापमान के चलते प्रशासन ने हीटवेव से श्रमिकों की सुरक्षा को लेकर कमर कस ली है। जिला कलक्टर श्री सुशील कुमार यादव के निर्देशानुसार उपखंड अधिकारी अशोक कुमार ने मंगलवार को रिफाइनरी क्षेत्र में चल रहे निर्माण कार्यों का निरीक्षण किया और श्रमिकों की सुरक्षा के लिए की गई व्यवस्थाओं का बारीकी से जायजा लिया।
निरीक्षण के दौरान उपखंड अधिकारी ने टाटा प्रोजेक्ट्स, एलएंडटी सहित विभिन्न कंपनियों की लेबर कॉलोनियों का दौरा किया। उन्होंने श्रमिकों के लिए उपलब्ध आवासीय सुविधाएं, पेयजल आपूर्ति, स्वच्छता व्यवस्था, कूलर, पंखे, ओआरएस पैकेट, छायादार विश्राम स्थल एवं प्राथमिक चिकित्सा सेवाओं की वस्तुस्थिति का अवलोकन किया।
अशोक कुमार ने सभी नियोजकों और ठेकेदारों को स्पष्ट निर्देश दिए कि वे हीटवेव से बचाव के लिए जारी की गई सरकारी एडवाइजरी का अक्षरशः पालन करें। उन्होंने कहा कि भीषण गर्मी में श्रमिकों की सुरक्षा और स्वास्थ्य को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जानी चाहिए। इसके तहत श्रमिकों को दोपहर के समय विश्राम देना, ठंडे पेय पदार्थ जैसे नींबू पानी की नियमित उपलब्धता सुनिश्चित करना, कार्यस्थल पर छाया की व्यवस्था, और किसी भी आपात स्थिति में तत्काल चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराना अनिवार्य है।
उन्होंने कहा कि यदि किसी श्रमिक की तबीयत कार्यस्थल पर अचानक बिगड़ती है तो उसे तुरंत निकटतम स्वास्थ्य केंद्र या अस्पताल पहुंचाने की व्यवस्था की जानी चाहिए। उपखंड अधिकारी ने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि किसी नियोजक द्वारा हीटवेव से बचाव के उपायों में लापरवाही बरती जाती है, तो उसके विरुद्ध नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
निरीक्षण के दौरान उनके साथ पुलिस उपाधीक्षक अशोक जोशी, तहसीलदार गोपी किशन पालीवाल तथा रिफाइनरी साइट इंजीनियर प्रीतम भी उपस्थित रहे। सभी अधिकारियों ने संयुक्त रूप से श्रमिकों से संवाद कर उनकी समस्याएं भी सुनीं और उनके समाधान हेतु आवश्यक निर्देश दिए।
प्रशासन की इस सतर्कता से यह संदेश स्पष्ट है कि श्रमिकों की जान की कीमत सर्वोपरि है और किसी भी प्रकार की लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। प्रशासन द्वारा किए जा रहे यह प्रयास न केवल मानवता का उदाहरण हैं बल्कि श्रम शक्ति के प्रति समर्पण की सच्ची मिसाल भी हैं।