सिरोही जिले के शिवगंज उपखंड में सोमवार की शाम एक हृदयविदारक और सनसनीखेज घटना सामने आई, जिसने पूरे क्षेत्र को हिला कर रख दिया। उपखंड मुख्यालय से लगभग पांच किलोमीटर दूर काम्बेश्वर महादेव मंदिर मार्ग पर स्थित काना कोलर के समीप प्रॉपर्टी से जुड़े पुराने जमीन विवाद ने एक निर्दोष व्यक्ति की जान ले ली। इस हमले में जोधपुर निवासी और मूल रूप से समदड़ी के रहने वाले प्रॉपर्टी डीलर जसवंत जैन की मौके पर ही हत्या कर दी गई, जबकि उनके दो सहयोगी गंभीर रूप से घायल हो गए। पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि अन्य की तलाश जारी है।
जमीन पर बैठे थे, तभी हुआ हमला
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार, प्रॉपर्टी डीलर जसवंत जैन पिछले कुछ वर्षों से जोधपुर में निवास कर रहे थे और वहीं से जमीन की खरीद-फरोख्त तथा स्टील से जुड़ा कारोबार संभालते थे। हाल ही में उन्होंने शिवगंज क्षेत्र के काना कोलर के पास एक विवादित जमीन खरीदी थी। यह जमीन वर्षों से विवादित मानी जाती रही है, क्योंकि इसके कुछ हिस्सों पर अन्य लोगों द्वारा अवैध रूप से कब्जा किया गया था। दो दिन पूर्व ही जैन द्वारा भूमि की तरमीम (जमीनी सीमांकन) करवाई गई थी, जिसमें जमीन का बड़ा हिस्सा उनके पक्ष में पाया गया।
सोमवार शाम को वे अपने दो साथियों—हनुमान चौधरी और ओमप्रकाश चौधरी—के साथ उसी जमीन पर बैठे हुए थे, जहां तीन-चार व्यक्ति वहां पहुंचे और पहले बातचीत का बहाना किया। देखते ही देखते आपसी नोकझोंक शुरू हो गई, जो अचानक हिंसक झड़प में बदल गई। तभी एक हमलावर ने अपने साथ लाई कुल्हाड़ी से जसवंत जैन के सिर पर जोरदार वार किया। सिर पर गहरे वार के कारण जसवंत जैन की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई। जब उनके दोनों साथी बीच-बचाव में आए, तो उन्हें भी बेरहमी से कुल्हाड़ी से घायल कर दिया गया।
पुलिस का त्वरित एक्शन: दो आरोपी पकड़े गए
घटना की सूचना मिलते ही शिवगंज पुलिस हरकत में आई। पुलिस उप अधीक्षक पुष्पेंद्र वर्मा और थानाधिकारी बाबूलाल राणा अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने घायलों को तुरंत अस्पताल पहुंचवाया और शव को जिला अस्पताल की मोर्चरी में भिजवाया। पुलिस ने मौके से साक्ष्य जुटाए और देर रात तक दबिश देकर दो आरोपियों को हिरासत में ले लिया। अन्य आरोपियों की पहचान की जा चुकी है और उनकी गिरफ्तारी के प्रयास जारी हैं।
मृतक की पृष्ठभूमि: समाजसेवी परिवार से थे जसवंत जैन
मृतक जसवंत जैन समदड़ी के प्रसिद्ध समाजसेवी और जैन समाज के वरिष्ठ सदस्य दीपचंद सांखला के पुत्र थे। दीपचंद सांखला श्री नाकोड़ा तीर्थ के पूर्व ट्रस्टी रह चुके हैं और लंबे समय से धार्मिक, सामाजिक व परोपकारी कार्यों में सक्रिय रहे हैं। उनके बेटे की इस नृशंस हत्या से न केवल जैन समाज बल्कि समदड़ी, शिवगंज और जोधपुर के व्यापारी और सामाजिक वर्ग में गहरा आक्रोश व्याप्त है।