जैसलमेर। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद जैसलमेर जिले में सुरक्षा व्यवस्था को और अधिक कड़ा किया गया है। जिले में हाई अलर्ट घोषित होने के बाद पुलिस के जवानों ने बुलेटप्रूफ जैकेट और हथियारों से लैस होकर गश्त पर निकलना शुरू कर दिया है। हाथ में पिस्टल लिए हुए पुलिसकर्मी अब जिले की सड़कों पर नजर आ रहे हैं, ताकि किसी भी संदिग्ध गतिविधि को तुरंत रोका जा सके।
जैसलमेर पुलिस ने सुरक्षा के लिहाज से बुलेटप्रूफ जैकेट्स और आधुनिक हथियारों का इस्तेमाल किया है। यह कदम मुख्य रूप से आतंकवादी गतिविधियों की बढ़ती आशंका को देखते हुए उठाया गया है, जिससे पुलिसकर्मी खुद को हर प्रकार के खतरे से सुरक्षित रख सकें। जैसलमेर के प्रमुख बाजारों, धार्मिक स्थलों और सार्वजनिक स्थानों पर पुलिस की गश्त तेज कर दी गई है, ताकि किसी भी आपातकालीन स्थिति से निपटा जा सके।
पुलिस अधिकारियों ने यह भी बताया कि यह गश्त मुख्य रूप से रात के समय अधिक सक्रिय की जाएगी, जब संदिग्ध गतिविधियों का खतरा अधिक हो सकता है। गश्ती दल के सदस्य बुलेटप्रूफ जैकेट्स और हथियारों से लैस होकर सड़कों पर घूम रहे हैं और हर संदिग्ध गतिविधि पर नजर रख रहे हैं।
पुलिस के इस कदम से क्षेत्रीय नागरिकों में सुरक्षा का अहसास भी बढ़ा है, और उन्हें यह विश्वास दिलाया गया है कि प्रशासन पूरी तरह से उनकी सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है। विशेषकर धार्मिक स्थलों और भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर इस गश्त को बढ़ावा दिया गया है, ताकि किसी भी आतंकी हमले या असामाजिक गतिविधि को तुरंत नाकाम किया जा सके।
नए सुरक्षा उपायों की शुरुआत:
जैसलमेर में सुरक्षा व्यवस्था को और प्रभावी बनाने के लिए अधिकारियों ने कई नए सुरक्षा उपायों की शुरुआत की है। इनमें स्मार्ट फेंसिंग सिस्टम, एंटी-ड्रोन तकनीक, और थर्मल इमेजिंग कैमरों का इस्तेमाल प्रमुख है। पुलिस और बीएसएफ के जवान हर संदिग्ध व्यक्ति या गतिविधि की जांच कर रहे हैं, ताकि कोई भी घुसपैठ या खतरनाक घटना रोकी जा सके।
इसके साथ ही, सोशल मीडिया पर अफवाहों और भड़काऊ कंटेंट पर भी कड़ी निगरानी रखी जा रही है। पुलिस ने जनता से अपील की है कि वे किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी तुरंत पुलिस को दें और किसी भी अफवाह में न आएं।
जैसलमेर में पुलिस का यह कदम क्षेत्रीय नागरिकों के लिए एक संदेश है कि सुरक्षा के प्रति प्रशासन की सतर्कता और प्रतिबद्धता बेहद मजबूत है। पुलिस के जवान बुलेटप्रूफ जैकेट और हथियारों से लैस होकर सड़क पर उतरकर गश्त कर रहे हैं, जिससे किसी भी प्रकार की आपातकालीन स्थिति में वे तुरंत प्रतिक्रिया दे सकें। जैसलमेर जिले में सुरक्षा व्यवस्था अब पहले से कहीं ज्यादा सख्त हो गई है, और स्थानीय लोग खुद को सुरक्षित महसूस कर रहे हैं।