राजस्थान पिछले एक सप्ताह से जबरदस्त गर्मी और लू के प्रकोप से जूझ रहा है। प्रदेश के अधिकतर जिलों में दिन और रात दोनों समय तापमान बेहद उच्च स्तर पर बना हुआ है। विशेष रूप से पश्चिमी राजस्थान — बाड़मेर, जैसलमेर, बीकानेर और जोधपुर में हालात सबसे ज्यादा खराब रहे हैं, जहां लगातार रेड अलर्ट जैसे हालात बने हुए हैं। अब मौसम विभाग की मानें तो प्रदेशवासियों को आगामी 24 घंटों में गर्मी से कुछ राहत मिल सकती है।
जयपुर मौसम केंद्र के अनुसार, पश्चिमी हिमालय क्षेत्र में 16 अप्रैल से एक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हुआ है, जिसका प्रभाव 19 और 20 अप्रैल को राजस्थान में सबसे अधिक देखने को मिलेगा। इसके चलते लू के प्रभाव में कमी आने की संभावना है और प्रदेश के तापमान में 3 से 4 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की जा सकती है।
राजधानी जयपुर की बात करें तो गुरुवार को यहां अधिकतम तापमान 43 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। हालांकि आज इसमें 2 डिग्री तक की गिरावट आने की संभावना है और आने वाले 4–5 दिनों तक जयपुर में अधिकतम तापमान 40 डिग्री के आसपास बना रह सकता है।
आईएमडी बाड़मेर-जैसलमेर केंद्र के मुताबिक, 18 अप्रैल के बाद इन क्षेत्रों में लू की स्थिति में कमी आने के आसार हैं। इन जिलों में अधिकतम तापमान 40 से 41 डिग्री तक सीमित रह सकता है, जिससे लोगों को कुछ हद तक राहत मिल सकती है।
बीते 24 घंटों में राजस्थान के विभिन्न हिस्सों में दर्ज तापमान इस प्रकार रहा:
बाड़मेर: 45.0 डिग्री
बीकानेर: 45.1 डिग्री (जो सामान्य से 6.4 डिग्री अधिक)
जैसलमेर: 44.8 डिग्री
फलौदी: 44.8 डिग्री
चूरू: 44.2 डिग्री
गंगानगर: 43.0 डिग्री
जोधपुर: 42.8 डिग्री
राज्य में लगातार चल रही हीट वेव्स ने आमजन के जीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है। दोपहर के समय सड़कों पर सन्नाटा छाया रहता है और चिकित्सकों ने लोगों को दिन के गर्म समय में घर से बाहर न निकलने की सलाह दी है। प्रशासन द्वारा भी ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में पीने के पानी की व्यवस्था सुदृढ़ करने के निर्देश जारी किए गए हैं।
हालांकि, मौसम विभाग द्वारा दी गई राहत की खबर लोगों के लिए राहत भरी है। अगर पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव उम्मीद के अनुसार रहा, तो आने वाले दिनों में राजस्थान को इस भीषण गर्मी से थोड़ी राहत जरूर मिल सकती है।
राज्य सरकार और मौसम विभाग ने नागरिकों से अपील की है कि अभी भी सतर्क रहें, अधिक से अधिक पानी पिएं, सिर को ढककर निकलें और धूप में अधिक देर तक ना रहें। खासतौर पर बुजुर्गों, बच्चों और बीमार व्यक्तियों को विशेष ध्यान रखने की आवश्यकता है।