पटना। भारत सरकार के युवा मामलात एवं खेल मंत्रालय तथा भारतीय खेल प्राधिकरण (SAI) के संयुक्त तत्वावधान में पटना (बिहार) में 10 से 15 मई 2025 तक आयोजित खेलो इंडिया नेशनल यूथ गेम्स 2025 का समापन भव्यता और उत्साह के साथ हुआ। इस राष्ट्रीय प्रतियोगिता में देशभर से युवा खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया, जिनका लक्ष्य उत्कृष्ट प्रदर्शन कर अपने राज्यों को गौरव दिलाना था।
राजस्थान की बास्केटबॉल टीम ने इस प्रतियोगिता में शानदार प्रदर्शन करते हुए रजत पदक अपने नाम किया। सेमीफाइनल में टीम ने दमदार खेल का प्रदर्शन करते हुए दिल्ली जैसी मजबूत टीम को 80-64 के बड़े अंतर से हराया। इस जीत ने टीम को फाइनल में पहुंचाया और पूरे प्रदेश को उम्मीदों से भर दिया।
फाइनल मुकाबला राजस्थान और उत्तर प्रदेश के बीच खेला गया, जो बेहद रोमांचक रहा। दोनों टीमों ने प्रत्येक अंक के लिए जबरदस्त संघर्ष किया। हालांकि अंतिम क्षणों में उत्तर प्रदेश ने बढ़त बनाते हुए मुकाबला 68-57 से जीत लिया, और राजस्थान को रजत पदक से संतोष करना पड़ा। बावजूद इसके, टीम का जज्बा, मेहनत और प्रदर्शन दर्शकों के दिलों में जगह बना गया।

जैसलमेर के पांच खिलाड़ी रहे टीम की ताकत
इस ऐतिहासिक उपलब्धि में जैसलमेर बास्केटबॉल अकादमी की अहम भूमिका रही। अकादमी के पांच होनहार खिलाड़ी — भूपेंद्र सिंह राठौड़, संस्कार सैनी, मोहम्मद रज़ा, पवन पूनिया और पृथ्वीराज चौहान — ने न केवल टीम में जगह बनाई, बल्कि अपने बेहतरीन प्रदर्शन से टीम को फाइनल तक पहुंचाने में उल्लेखनीय योगदान दिया। इन खिलाड़ियों ने सामूहिक खेल भावना, अनुशासन और मेहनत से पूरे जैसलमेर जिले को गौरवान्वित किया है।
विशेष प्रशिक्षण शिविर से निखरे खिलाड़ी
राजस्थान राज्य क्रीड़ा परिषद, जयपुर द्वारा 28 अप्रैल से 07 मई तक जिला खेलकूद प्रशिक्षण केंद्र, इंदिरा इंडोर स्टेडियम में एक विशेष प्रशिक्षण शिविर आयोजित किया गया था। इसमें खिलाड़ियों को पेशेवर कोचों द्वारा शारीरिक फिटनेस, रणनीति, खेल कौशल और मानसिक मजबूती पर केंद्रित गहन प्रशिक्षण दिया गया। इसी प्रशिक्षण का परिणाम था कि टीम ने पूरे टूर्नामेंट में सशक्त और संतुलित प्रदर्शन किया।
कोच राकेश बिश्नोई ने दी खिलाड़ियों को बधाई
राजस्थान टीम के मुख्य कोच एवं जिला खेल अधिकारी राकेश बिश्नोई ने खिलाड़ियों की सराहना करते हुए कहा कि टीम ने पूरे टूर्नामेंट में अनुशासन, समर्पण और उत्कृष्ट टीम भावना का प्रदर्शन किया। दिल्ली जैसी मजबूत टीम को हराना और फाइनल तक पहुंचना खिलाड़ियों की मेहनत और आत्मविश्वास का परिणाम है।
स्थानीय प्रशासन और खेल प्रेमियों में उत्साह
राजस्थान विशेषकर जैसलमेर जिले में इस सफलता को लेकर हर्ष और गर्व की लहर है। स्थानीय खेल प्रेमियों का कहना है कि सीमावर्ती क्षेत्र में भी प्रतिभा की कोई कमी नहीं है, जरूरत है तो बस सही मार्गदर्शन और अवसर की। प्रशासन अब खेलों को और अधिक प्रोत्साहन देने के लिए ठोस योजनाओं पर काम कर रहा है।