जैसलमेर जिले के पोकरण उपखंड क्षेत्र अंतर्गत आने वाले फलसुंड थाना क्षेत्र के देवपालपुरा गांव में सोमवार को एक हृदयविदारक हादसे में ढाई वर्षीय मासूम बालक की मिट्टी में दबने से मौत हो गई। यह हादसा इतना अचानक और दर्दनाक था कि न केवल पीड़ित परिवार, बल्कि पूरा गांव शोक की लहर में डूब गया।
खेत में खेलते समय हुआ हादसा, परिजनों को नहीं लगी भनक
मिली जानकारी के अनुसार, देवपालपुरा निवासी सादाराम का ढाई वर्षीय पुत्र मोटाराम सोमवार को अपने खेत में खेल रहा था। उसी समय परिजन खेत की जुताई में व्यस्त थे और ट्रैक्टर के माध्यम से खेती की प्रक्रिया चल रही थी। खेत में खेलते-खेलते मासूम मोटाराम अचानक एक गहरे गड्ढे में जा गिरा। दुर्भाग्यवश, वह गड्ढा ढीली मिट्टी से भरा हुआ था, जो उसके ऊपर अचानक खिसक गई और वह पूरी तरह मिट्टी के नीचे दब गया।
यह हादसा इतनी चुपचाप और तेजी से हुआ कि किसी को भी इसकी भनक तक नहीं लगी। परिजन अपनी जुताई में व्यस्त थे और यह सोच भी नहीं सकते थे कि मासूम इतना बड़ा खतरा झेल रहा है। कुछ समय बाद जब बच्चे की आवाज सुनाई नहीं दी और वह नजरों से ओझल हो गया, तो परिजनों को चिंता हुई और उन्होंने चारों ओर उसकी तलाश शुरू की।
मिट्टी हटाने पर गहराया शक, सूचना मिलते ही पुलिस ने शुरू किया रेस्क्यू
बच्चे के न मिलने पर परिजनों को शक हुआ कि शायद वह मिट्टी के ढेर में दब गया हो। यह आशंका होते ही तत्काल खुद ही मिट्टी हटाकर खोजबीन शुरू की गई, लेकिन जब सफलता नहीं मिली तो तुरंत फलसुंड पुलिस थाने को इसकी सूचना दी गई। सूचना मिलते ही थानाधिकारी सुमेरदान पुलिस जाब्ते के साथ मौके पर पहुंचे और राहत एवं बचाव कार्य प्रारंभ किया गया।
घटना स्थल पर मौजूद पुलिस टीम और ग्रामीणों ने मिलकर रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। जेसीबी और ट्रैक्टर की सहायता से मिट्टी को हटाने का कार्य युद्धस्तर पर जारी रखा गया। कई घंटों की मेहनत और संघर्ष के बाद, अंततः रात्रि करीब 8 बजे मासूम मोटाराम का शव मिट्टी के नीचे से बाहर निकाला जा सका।
बच्चे को तत्काल फलसुंड के राजकीय अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पोस्टमार्टम की प्रक्रिया के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया। मासूम के शव को देखते ही परिजन बेसुध हो गए और पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई।