गृह मंत्रालय, भारत सरकार के निर्देशानुसार नागरिक सुरक्षा को सशक्त और आपातकालीन स्थितियों में सजग बनाने हेतु द्वितीय सिविल डिफेन्स अभ्यास ‘ऑपरेशन शील्ड’ के अंतर्गत गुरुवार को बालोतरा जिले के रीको औद्योगिक क्षेत्र में मॉक ड्रिल आयोजित की जाएगी। यह मॉक ड्रिल शाम 5 बजे आयोजित की जाएगी, जिसमें विभिन्न सुरक्षा, स्वास्थ्य एवं स्वैच्छिक संगठनों की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित की गई है।
रीको इकाई प्रभारी सुशील कटियार ने जानकारी देते हुए बताया कि यह अभ्यास नागरिक सुरक्षा नियम, 1968 की धारा 19 के तहत किया जा रहा है। इसका मुख्य उद्देश्य नागरिक सुरक्षा तैयारियों को परखना, आपातकालीन परिस्थितियों में समन्वय स्थापित करना और आमजन को सतर्कता के प्रति जागरूक करना है।
मॉक ड्रिल के दौरान की जाएंगी ये प्रमुख गतिविधियां
हवाई हमले, ड्रोन और मिसाइल हमलों की स्थिति में प्रतिक्रिया अभ्यास, एयर रेड साइरनों और वायुसेना-सिविल डिफेन्स नियंत्रण कक्षों के बीच हॉटलाइन प्रणाली की सक्रियता का परीक्षण, अति संवेदनशील क्षेत्रों में 15 मिनट का पूर्ण ब्लैकआउट अभ्यास, सेना क्षेत्र पर दुश्मन ड्रोन हमले की स्थिति में प्रतिक्रिया और सुरक्षा अभ्यास, स्थानीय प्रशासन के सहयोग से घायलों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने की प्रक्रिया का अभ्यास, बड़ी संख्या में घायलों की स्थिति में मेडिकल टीमों की तैनाती और 30 यूनिट रक्त की उपलब्धता सुनिश्चित करना,
सीमा क्षेत्र में गृह रक्षक दलों की त्वरित तैनाती एवं संचालन स्थल तक पहुँचने का पूर्वाभ्यास।
इस अभ्यास में सिविल डिफेन्स वार्डन, स्वयंसेवक, एनसीसी, एनएसएस, एनवाईकेएस, स्काउट्स और गाइड्स के युवा स्वयंसेवकों, साथ ही जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी भी भाग लेंगे।
प्रशासनिक निर्देश
जिला कलक्टर सुशील कुमार यादव ने इस मॉक ड्रिल को लेकर सभी जिला स्तरीय अधिकारियों को आवश्यक तैयारियां सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि यह अभ्यास जिले की आपदा प्रबंधन और नागरिक सुरक्षा व्यवस्था की वास्तविक क्षमता को जांचने का एक महत्वपूर्ण अवसर है।
सूचना के लिए अपील: मॉक ड्रिल के दौरान किसी भी प्रकार की घबराहट से बचें। यह एक पूर्व नियोजित अभ्यास है, जो केवल आपातकालीन स्थितियों की तैयारियों को मजबूत करने हेतु किया जा रहा है।