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बालोतरा में डॉक्टर ने ट्रेन के आगे कूदकर दी जान, डिप्रेशन से जूझ रहे थे प्रदीप सिंह राजपुरोहित, CCTV में कैद हुई दिल दहला देने वाली घटना

Narpat Mali
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बालोतरा में सोमवार शाम एक दिल दहला देने वाला हादसा सामने आया, जिसने पूरे शहर को स्तब्ध कर दिया। कालूड़ी गांव निवासी 35 वर्षीय डॉक्टर प्रदीप सिंह राजपुरोहित ने चलती ट्रेन के आगे कूदकर आत्महत्या कर ली। यह घटना बालोतरा रेलवे स्टेशन से करीब 2 किलोमीटर दूर तीसरे रेलवे क्रॉसिंग के पास हुई। पूरी वारदात पास में लगे सीसीटीवी कैमरे में रिकॉर्ड हो गई, जिसे देखने वालों की रूह कांप गई।

जानकारी के अनुसार, डॉ. प्रदीप सिंह राजपुरोहित मानसिक तनाव से जूझ रहे थे और लंबे समय से डिप्रेशन में थे। उन्होंने एमबीबीएस की डिग्री तो हासिल कर ली थी, लेकिन वह किसी भी नौकरी में स्थायी रूप से नहीं लग पाए थे। पारिवारिक सूत्रों ने बताया कि वह पिछले कुछ वर्षों से अत्यधिक तनाव में थे और मानसिक रूप से काफी परेशान रहते थे।

सोमवार शाम करीब 5 बजे प्रदीप अपने घर कालूड़ी से निकले। उन्होंने बालोतरा रेलवे स्टेशन की तरफ रुख किया और तीसरे रेलवे फाटक के पास पहुंचकर रेलवे ट्रैक के किनारे खड़े हो गए। कुछ देर बाद, जैसे ही शाम 7 बजकर 12 मिनट पर जोधपुर से बाड़मेर जा रही कालका एक्सप्रेस ट्रेन आती दिखाई दी, प्रदीप बिना किसी हिचकिचाहट के ट्रैक पर पेट के बल लेट गए। कुछ ही पलों में ट्रेन उनके ऊपर से गुजर गई, जिससे उनके शरीर के टुकड़े-टुकड़े हो गए। उनका सिर और दोनों हाथ अलग हो गए।

सूचना मिलते ही बालोतरा थाने से पुलिस मौके पर पहुंची। शव के क्षत-विक्षत अवशेषों को एकत्र कर चादर में बांधा गया और बालोतरा के सरकारी अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया गया। इस दर्दनाक हादसे के चलते ट्रेन को करीब 25 मिनट तक रोका गया।

थाना बालोतरा के सहायक उप निरीक्षक करनाराम ने बताया कि आत्महत्या के पीछे डॉ. प्रदीप के डिप्रेशन और मानसिक तनाव को प्रमुख कारण माना जा रहा है। फिलहाल पुलिस ने मामला दर्ज कर आगे की जांच शुरू कर दी है।

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