जैसलमेर: पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI के लिए जासूसी करने के आरोप में राजस्थान की खुफिया एजेंसियों ने बड़ी कार्रवाई करते हुए जैसलमेर के जिला रोजगार कार्यालय में कार्यरत सरकारी कर्मचारी शकूर खान को गिरफ्तार किया है। वह वर्तमान में AAO (असिस्टेंट अकाउंट्स ऑफिसर) के पद पर तैनात था। शकूर को ‘ऑफिशियल सीक्रेट्स एक्ट, 1923’ के तहत गिरफ्तार किया गया है।
सूत्रों के अनुसार, शकूर खान लंबे समय से पाकिस्तानी एजेंटों के संपर्क में था और उन्हें संवेदनशील व गोपनीय जानकारियां भेज रहा था। इंटेलिजेंस एजेंसियों को शकूर के तीन मोबाइल फोन से ऐसे कई सबूत मिले हैं, जिनमें व्हाट्सएप कॉल्स, चैट्स और डेटा शेयरिंग के माध्यम से पाकिस्तान में बैठे ISI हैंडलर्स को जानकारी साझा करना सामने आया है।
खुफिया सूत्रों ने बताया कि शकूर ने अब तक सात बार पाकिस्तान की यात्रा की है, जिनमें से एक यात्रा के दौरान उसने अपने विभाग को कोई सूचना नहीं दी थी। खास बात यह है कि वह एक बार बिना विभागीय अनुमति के पाकिस्तान गया, जो सुरक्षा की दृष्टि से गंभीर मामला है। इसके आधार पर ही उसे 29 मई को जैसलमेर से हिरासत में लिया गया था। पूछताछ के लिए उसे जयपुर लाया गया, जहां उसे गहनता से पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया गया।
शकूर खान जैसलमेर के बड़ोड़ा गांव स्थित मंगलियों की ढाणी का निवासी है। जांच में यह भी सामने आया है कि उसके दो बैंक खाते हैं, जिनमें से एक हाल ही में बंद किया गया था। यह वित्तीय लेनदेन भी जांच एजेंसियों के रडार पर है।
सूत्रों का कहना है कि शकूर ने अपने मोबाइल और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स के माध्यम से जिस तरह से जानकारियां साझा की हैं, उससे पाकिस्तान से जुड़े जासूसी नेटवर्क की जड़ें राजस्थान में और गहराई तक फैली हो सकती हैं। ऐसे में उससे पूछताछ के ज़रिए इस नेटवर्क से जुड़ी कई अहम जानकारियों के सामने आने की उम्मीद है।
जानकारी ये भी मिली है कि शकूर खान पूर्व में कांग्रेस सरकार के एक मंत्री के निजी सहायक (PA) के रूप में भी कार्य कर चुका है। उसकी गिरफ्तारी के बाद उस मंत्री के साथ उसकी कई तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो गई थीं, जिससे सियासी घमासान तेज हो गया। भाजपा नेताओं ने शकूर के राजनीतिक संपर्कों की भी जांच की मांग की है और इस मामले को लेकर कांग्रेस को कठघरे में खड़ा किया है।
इस पूरे मामले में CID (सुरक्षा) के IG विष्णुकांत गुप्ता ने पुष्टि करते हुए बताया कि शकूर खान के खिलाफ शासकीय गुप्त बात अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है और उसे आज कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लिया जाएगा।
फिलहाल इंटेलिजेंस और अन्य सुरक्षा एजेंसियां इस मामले की हर दिशा में जांच कर रही हैं। माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में इस नेटवर्क से जुड़े और भी नाम सामने आ सकते हैं।