भारत-पाकिस्तान सीमा पर एक बार फिर असहज स्थिति पैदा हो गई है। बुधवार, 23 अप्रैल 2025 को भारतीय सीमा सुरक्षा बल (BSF) के एक जवान को पाकिस्तान रेंजर्स ने उस वक्त हिरासत में ले लिया जब वह अनजाने में अंतरराष्ट्रीय सीमा पार कर गया। जवान की पहचान 182वीं बटालियन के कांस्टेबल पी.के. सिंह के रूप में हुई है।
कैसे पकड़ा BSF के जवान को पाकिस्तानी रेंजर्स ने
घटना फिरोजपुर सेक्टर में उस समय हुई जब कांस्टेबल सिंह सीमा क्षेत्र में किसानों के साथ तैनात थे। जानकारी के अनुसार, जवान अपनी ड्यूटी पर था और कड़ी धूप के चलते वह थोड़ी देर छाया में आराम करने के लिए आगे बढ़ा। लेकिन इसी दौरान वह अंतरराष्ट्रीय सीमा की रेखा को पार कर गया, जिसकी भनक पाकिस्तानी रेंजर्स को लग गई। जवान वर्दी में था और उसके पास उसकी सर्विस राइफल भी थी, जिसके चलते पाकिस्तान रेंजर्स ने बिना देर किए उसे पकड़ लिया और हिरासत में ले लिया।
बीएसएफ अधिकारियों ने इस घटना की पुष्टि की है और बताया है कि पाकिस्तान से जवान की सुरक्षित रिहाई के लिए दोनों देशों के सीमा सुरक्षा बलों के बीच फ्लैग मीटिंग जारी है। अधिकारियों ने यह भी बताया कि इस तरह की घटनाएं दुर्लभ नहीं हैं और पहले भी दोनों देशों के बीच संवाद से ऐसे मामलों को सुलझाया गया है।
हालांकि यह घटना सैन्य दृष्टिकोण से ‘सीमावर्ती भूल’ मानी जा सकती है, लेकिन यह एक ऐसे समय पर घटित हुई है जब भारत और पाकिस्तान के बीच पहले से ही गहराता तनाव मौजूद है। हाल ही में हुए पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान पर आतंकवाद को शह देने के आरोप लगाए हैं और उसके खिलाफ कई सख्त कदम उठाए हैं।
भारत-पाकिस्तान रिश्तों में फिर तल्खी
पहलगाम हमले के बाद भारत ने न केवल पाकिस्तान के साथ व्यापारिक संबंधों को सीमित किया, बल्कि सिंधु जल संधि को भी निलंबित करने की प्रक्रिया शुरू कर दी। जवाब में पाकिस्तान ने भी कड़ा रुख अपनाते हुए नेशनल सिक्योरिटी कमेटी (NSC) की बैठक बुलाई और भारत के साथ सभी व्यापारिक रिश्ते तोड़ने की घोषणा कर दी।
इतना ही नहीं, पाकिस्तान ने भारतीय विमानों के लिए अपना एयरस्पेस भी बंद कर दिया है और सिंधु जल समझौते को ‘युद्ध जैसी कार्रवाई’ बताते हुए इस मुद्दे को अंतरराष्ट्रीय मंचों पर उठाने की चेतावनी दी है।
रक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि इस घटना को लेकर अधिक तनाव ना उत्पन्न हो, इसके लिए दोनों देशों के सुरक्षा बलों को संयम से काम लेना होगा। हालांकि जवान की गलती अनजाने में हुई प्रतीत होती है, लेकिन वर्तमान संवेदनशील माहौल में पाकिस्तान की प्रतिक्रिया कड़ी हो सकती है।
अब सबकी निगाहें फ्लैग मीटिंग पर
फिलहाल जवान पी.के. सिंह की रिहाई को लेकर बातचीत जारी है और दोनों देशों के बीच फ्लैग मीटिंग का दौर चल रहा है। भारत सरकार ने स्पष्ट किया है कि वह हर संभव प्रयास कर रही है ताकि जवान को सुरक्षित और जल्द से जल्द स्वदेश वापस लाया जा सके।