बाड़मेर।। ग्रीष्मकालीन अवकाश के दौरान टीम बाड़मेर द्वारा आयोजित नि:शुल्क अभिरुचि प्रशिक्षण शिविर बाड़मेर की बेटियों के लिए वरदान साबित हो रहा है। इस शिविर में बेटियां मेहंदी, पेंटिंग, डांस, सिलाई, कुकिंग जैसे 15 विभिन्न विषयों में प्रशिक्षण प्राप्त कर रही हैं। जो उन्हें हुनरमंद बना रहा है। यह प्रशिक्षण न केवल बेटियों को नए कौशल सिखा रहा है बल्कि भविष्य में उनके लिए रोजगार और आय के अवसर भी खोलेगा।
शिविर में भाग ले रही कुमकुम जैन ने बताया कि यह शिविर 10 मई से शुरू हुआ था और इसमें शहर सहित जिले भर से एक हजार से अधिक बेटियां भाग ले रही हैं। उन्होंने बताया कि यहां मेहंदी, पेंटिंग, डांस, सिलाई, कुकिंग, कसीदाकारी, स्केटिंग आदि का नि:शुल्क प्रशिक्षण दिया जा रहा है। कुमकुम सिलाई का प्रशिक्षण ले रही हैं और उन्होंने कहा कि शिविर में उन्होंने बहुत कुछ सीखा है। जो आगे चलकर उनके लिए बहुत उपयोगी होगा। इससे वे अपना खुद का रोजगार भी शुरू कर सकती हैं।

इसी तरह प्रियंका और मनीषा ने बताया कि शिविर में बड़ी संख्या में बालिकाएं भाग ले रही हैं और टीचर्स बहुत अच्छा सिखा रहे हैं। शुरुआत में उन्हें लगा था कि भीड़ के कारण शायद कुछ सीखने को नहीं मिलेगा। लेकिन अब एक महीने से अधिक समय बीत जाने के बाद उन्होंने शिविर में बहुत कुछ सीखा है जो उनके भविष्य में काम आएगा।
टीम बाड़मेर के अध्यक्ष सुरेश जाटोल और शिविर प्रभारी रफीक मोहम्मद ने बताया कि स्कूल की छुट्टियों के समय का सदुपयोग करने के लिए बाड़मेर की बेटियों के लिए इस नि:शुल्क अभिरुचि शिविर का आयोजन किया गया है। इसमें 1500 से अधिक बालिकाएं भाग ले रही हैं और उन्हें सिलाई, डांस, कुकिंग, इंग्लिश स्पोकन, पेंटिंग, आर्ट एंड क्राफ्ट जैसे 15 से अधिक विषयों का निःशुल्क प्रशिक्षण दिया जा रहा है। 10 मई से शिविर की शुरुआत हुई थी जो कि 22 जून तक चलेगा। महामंत्री अबरार मोहम्मद के अनुसार टीम बाड़मेर पिछले 14 सालों से गर्मियों की छुट्टियों में बालिकाओं के लिए अभिरुचि शिविर आयोजित करते हैं ताकि उन्हें हुनरमंद बनाया जा सके। प्रवक्ता छगनसिंह ने बताया कि जिलेभर के विभिन्न क्षेत्रों की बालिकाए इस शिविर में भाग ले रही है। उन्हें दक्ष प्रशिक्षित किरण सिंगाडिया, पूजा बंसल, संजु सोनी , वर्षा जांगिड़, संतोष सिसोदिया, पूजा फुलवारिया, ममता जाटोल, ज्योति खन्ना, सीमा व्यास, सोनू मुजाल्दे , रूचिका खत्री बालिकाओ को प्रशिक्षण दे रही हैं।