भारतीय वायुसेना की सटीक कार्रवाई से दहला पाकिस्तान, जैश का आतंकी अस्पताल में भर्ती, मुजफ्फराबाद और कोटली में सबसे ज्यादा तबाही
नई दिल्ली/इस्लामाबाद, 7 मई 2025 | विशेष रिपोर्ट गौतम कुमार शर्मा
भारत ने आखिरकार 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए क्रूर आतंकी हमले का जवाब पूरी ताकत और सटीकता से दे दिया है। ऑपरेशन सिंदूर के नाम से हुए इस जवाबी हमले में भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान और पाकिस्तान-अधिकृत कश्मीर (PoK) के अंदर मौजूद 9 प्रमुख आतंकी ठिकानों को निशाना बनाकर उन्हें पूरी तरह तबाह कर दिया।
यह कार्रवाई ऐसे समय पर की गई जब देशभर में गुस्सा चरम पर था। पहलगाम में हुए हमले में 26 निर्दोष पर्यटकों की मौत ने देश की आत्मा को झकझोर दिया था। जवाबी कार्रवाई के तहत भारत ने एक बार फिर साबित कर दिया कि वह अब आतंक के खिलाफ ‘जीरो टॉलरेंस’ की नीति पर चल रहा है।
पहली तस्वीर आई सामने: घायल आतंकी अस्पताल में
इस कार्रवाई की पहली तस्वीर अब सामने आई है जिसमें जैश-ए-मोहम्मद का एक घायल आतंकी अस्पताल में भर्ती दिखाई दे रहा है। तस्वीर ने यह प्रमाणित कर दिया है कि स्ट्राइक पूरी तरह सटीक थी और आतंकियों को सीधा निशाना बनाया गया।
https://www.instagram.com/reel/DJVaJ23vQ3n/?igsh=cjBlNmFwdHpnc2Fwकहां-कहां हुई स्ट्राइक: आतंक की कमर तोड़ी गई
भारतीय सेना की यह कार्रवाई बेहद योजनाबद्ध और सूचनाओं पर आधारित थी। वायुसेना ने PoK और पाकिस्तान के भीतर इन 9 आतंकी ठिकानों पर हमला किया:
बहावलपुर – 2 आतंकी शिविर, मुरीदके, मुजफ्फराबाद, कोटली, गुलपुर, भिंबर, चक अमरू, सियालकोट
रक्षा मंत्रालय ने यह स्पष्ट किया है कि इस ऑपरेशन में पाकिस्तानी सेना के किसी भी ठिकाने को नहीं छुआ गया, केवल आतंकी नेटवर्क और उनके लॉन्च पैड्स को ही निशाना बनाया गया।
सबसे बड़ा नुकसान: मुजफ्फराबाद और कोटली में
पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्ट्स, विशेषकर Express Tribune की मानें तो सबसे ज्यादा नुकसान मुजफ्फराबाद, कोटली और बहावलपुर के अहमद ईस्ट इलाके में हुआ है।
वहीं पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शरीफ चौधरी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस बात की पुष्टि की कि भारत ने PoK में “सीमित लेकिन सटीक” हवाई हमला किया है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी वायुसेना अब अलर्ट मोड पर है और किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार है।
ब्लैकआउट और खतरे की घंटी
एयर स्ट्राइक के तुरंत बाद मुजफ्फराबाद और आसपास के इलाकों में बिजली काट दी गई, जिससे पूरा इलाका ब्लैकआउट में चला गया। स्थानीय प्रशासन और पाकिस्तानी सुरक्षा एजेंसियों में अफरातफरी मच गई। वहीं, पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने भारत को “खुली चेतावनी” देते हुए कहा कि अब युद्ध जैसी स्थिति से इनकार नहीं किया जा सकता।
भारत का संदेश साफ: संयम भी है, सर्जिकल वार भी
भारतीय रक्षा मंत्रालय ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि,
“यह कार्रवाई पूरी तरह संयमित, लक्षित और गैर-उकसावे वाली थी। भारत ने पहले कूटनीतिक माध्यमों से शांति की कोशिश की, लेकिन जब निर्दोषों की जान ली गई, तब यह स्पष्ट हो गया कि सख्त जवाब देना जरूरी है।”
सरकारी सूत्रों के अनुसार यह ऑपरेशन 72 घंटे में पूरी योजना और उपग्रह निगरानी के आधार पर अंजाम दिया गया। वायुसेना के विशेष स्क्वाड्रन ने रात के अंधेरे में लक्ष्य को बारीकी से चिन्हित कर, सटीक बमबारी की।
जनता में गर्व और राहत का भाव
जैसे ही यह खबर आम हुई, सोशल मीडिया पर #OperationSindoor ट्रेंड करने लगा। जनता ने इसे “नई भारत नीति” का उदाहरण बताया जिसमें न तो उकसावे पर चुप्पी है और न ही अनावश्यक आक्रामकता – सिर्फ सटीक वार और सुरक्षा की प्राथमिकता।