बालोतरा पुलिस ने अवैध हथियारों की तस्करी करने वाले एक अंतरराज्यीय गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए ऑपरेशन “वज्र प्रहार” के तहत अब तक की सबसे बड़ी सफलता हासिल की है। एक सप्ताह के भीतर चलाए गए इस अभियान के दौरान पुलिस ने विभिन्न स्थानों पर दबिश देकर पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जबकि एक नाबालिग को संरक्षण में लिया गया है। इस पूरी कार्रवाई के दौरान पुलिस के हाथ 11 देशी पिस्टल, 17 मैगजीन और 15 जिंदा कारतूस लगे हैं।
ऑपरेशन वज्र प्रहार की कमान पुलिस अधीक्षक हरी शंकर ने संभाली। यह अभियान जोधपुर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक के दिशा-निर्देश में शुरू किया गया। जिला स्तर पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक गोपालसिंह भाटी, वृताधिकारी अशोक जोशी (पचपदरा) और वृताधिकारी सुशील मान (बालोतरा) के नेतृत्व में थानाधिकारियों और विशेष टीमों को एकजुट किया गया।
पहली कार्रवाई: कल्याणपुर थाना क्षेत्र में हथियारों की बड़ी खेप पकड़ी
17 अप्रैल को पुलिस को सूचना मिली कि जोधपुर से बालोतरा की ओर एक स्विफ्ट कार में अवैध हथियारों की तस्करी की जा रही है। सूचना मिलते ही कल्याणपुर थाने के थानाधिकारी बुद्धाराम और जिला स्पेशल टीम ने रावली होटल के पास नाकाबंदी कर दी। संदिग्ध कार (RJ 15 CE 0593) को रोककर तलाशी ली गई, जिसमें से गणपतसिंह पुत्र भंवरसिंह निवासी आकल (सेड़वा, बाड़मेर) और एक नाबालिग को हिरासत में लिया गया।
कार के हैंडबैग में बड़ी सावधानी से छिपाकर रखी गई 6 देशी पिस्टल, 11 मैगजीन और 11 कारतूस बरामद किए गए। प्रारंभिक पूछताछ में पता चला कि ये हथियार मध्यप्रदेश से लाए गए थे और बाड़मेर व आसपास के क्षेत्रों में सप्लाई की तैयारी थी।
दूसरी कार्रवाई: बालोतरा शहर में पिस्टल और कारतूस के साथ युवक गिरफ्तार
19 अप्रैल को खेड़ रोड, थर्ड फाटक के पास पुलिस को संदिग्ध गतिविधि की सूचना मिली। मौके पर पहुंचे पुलिस दल ने एक युवक को पकड़ा, जिसकी पहचान जितेन्द्रदान पुत्र लालदान निवासी बालेवा, गिराब (बाड़मेर) के रूप में हुई। उसकी तलाशी लेने पर जेब से एक देशी पिस्टल और चार कारतूस बरामद हुए। युवक के खिलाफ बालोतरा थाने में आम्र्स एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया।
तीसरी कार्रवाई: पचपदरा कस्बे में किरायेदार से हथियार बरामद
उसी दिन एक अन्य कार्रवाई में पचपदरा कस्बे में किराए पर रह रहे चुतराराम पुत्र खेराज राम निवासी उम्मेदाबाद, पचपदरा को गिरफ्तार किया गया। पुलिस को सूचना मिली थी कि उक्त युवक हथियार लेकर घूम रहा है। जब पुलिस मौके पर पहुंची, तो आरोपी भागने की कोशिश करने लगा, लेकिन टीम ने तत्परता दिखाते हुए उसे दबोच लिया।
उसकी कमर में बेल्ट से एक देशी पिस्टल और एक मैगजीन छिपाई हुई थी। पूछताछ में पता चला कि आरोपी रिफाइनरी क्षेत्र में ठेकेदारी करता है और दबदबा बनाए रखने के लिए हथियार रखता था।
चौथी कार्रवाई: भारत माला रोड पर निर्माणाधीन रेस्ट हाउस से दो युवक गिरफ्तार
भारत माला रोड पर निर्माणाधीन रेस्ट हाउस में छिपे दो संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया। आरोपियों की पहचान सचिन उर्फ सुखा पुत्र चम्पालाल और केसरीचंद पुत्र भंवरलाल (दोनों निवासी काठीटांका, गुढ़ा मालानी, बाड़मेर) के रूप में हुई। तलाशी के दौरान उनके पास से दो देशी पिस्टल और दो मैगजीन बरामद हुईं।
पूछताछ में उन्होंने बताया कि ये हथियार उन्होंने कुड़ी निवासी सुरेश पुत्र रूपाराम से खरीदे थे, जो फिलहाल फरार है और जिसकी तलाश जारी है।
संगठित गिरोह का भंडाफोड़
पूछताछ से सामने आया है कि यह गिरोह मध्यप्रदेश से अवैध हथियार खरीदकर राजस्थान के सीमावर्ती जिलों में उन्हें सप्लाई करता था। इन हथियारों का उपयोग आपराधिक गतिविधियों में, जैसे कि मादक पदार्थों की तस्करी, अवैध शराब व्यापार, दबदबा बनाए रखना, क्षेत्र में भय फैलाना, और पुलिस पर हमले जैसी घटनाओं में किया जाता रहा है।
गिरोह विशेषकर युवाओं को आर्थिक लालच देकर तस्करी में शामिल करता था। कुछ सदस्य हथियारों की हेराफेरी के लिए ऑनलाइन प्लेटफॉर्म और मैसेजिंग ऐप्स का भी इस्तेमाल करते थे।