शहर के प्रमुख व्यावसायिक केंद्र माने जाने वाले गौर का चौक क्षेत्र में शुक्रवार सुबह एक दर्दनाक हादसा हो गया। गुरुवार सुबह लगभग 11 बजे हुए इस हादसे ने न सिर्फ तीन मजदूरों की जान को जोखिम में डाल दिया, बल्कि निर्माण कार्यों में बरती जा रही लापरवाही पर भी गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, गौर का चौक स्थित एक पुराने भवन को गिराकर वहां एक नया शोरूम तैयार किया जा रहा था। निर्माण कार्य के दौरान जब अंडरग्राउंड खुदाई की जा रही थी, उसी समय एक जर्जर दीवार भरभराकर गिर गई। अचानक हुई इस घटना से मौके पर काम कर रहे तीन मजदूर मलबे में दब गए। हादसा इतना तेज था कि किसी को संभलने का मौका तक नहीं मिला।
बाजार में मची अफरा-तफरी, लोगों ने शुरू किया रेस्क्यू ऑपरेशन
दीवार गिरने की तेज आवाज सुनते ही आसपास के दुकानदार और राहगीर घटनास्थल की ओर दौड़े। बाजार क्षेत्र में कुछ समय के लिए अफरा-तफरी का माहौल बन गया। लोगों ने तत्परता दिखाते हुए खुद ही राहत और बचाव कार्य शुरू किया। तुरंत जेसीबी मशीन मंगवाई गई और मलबा हटाने की प्रक्रिया शुरू की गई। लगभग 30 मिनट की मशक्कत के बाद तीनों मजदूरों को मलबे से बाहर निकाला गया।
108 एम्बुलेंस से अस्पताल पहुंचाया गया, जोधपुर किया गया रेफर
घायलों को तुरंत समदड़ी के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (CHC) पहुंचाया गया, जहां चिकित्सकों ने प्राथमिक उपचार के बाद उनकी गंभीर स्थिति को देखते हुए जोधपुर रेफर कर दिया।
घायलों की पहचान इस प्रकार हुई है:
मगाराम (55 वर्ष) पुत्र रूपाराम प्रजापत, निवासी समदड़ी
मोहनलाल पुत्र फरसाराम मेघवाल, निवासी समदड़ी
नारायण (35 वर्ष) पुत्र राणाराम मेघवाल, निवासी समदड़ी
पुलिस जांच में जुटी, निर्माण कार्य में नियमों की अनदेखी की आशंका
हादसे की सूचना मिलते ही समदड़ी थानाधिकारी ओमप्रकाश अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे और घटनास्थल का निरीक्षण किया। पुलिस ने प्रारंभिक जांच शुरू कर दी है